संयुक्त परिवार पर संयुक्त विचार
कलयुग है, हर परिवार में भाँति-भाँति के लोग है।फिर भी
जो संयुक्त परिवार में रहते है, मेरी नजर में सब देवता है।
और एकल परिवार वाले अगर अलग-अलग भी रहते है
तो रहे , लेकिन सोच संयुक्त रखें । इससे भी हमें
संयुक्त रहने जैसा अहसास होगा।
अतः स्वर्ग है वो दर, जो घर संयुक्त है।
संयुक्त परिवार में हर सदस्य जिम्मेदार भी है
और हर सदस्य मुक्त है।
- सम्पत शर्मा mobile no 08058924535
http://www.sampatpoem.blogspot.in/
कलयुग है, हर परिवार में भाँति-भाँति के लोग है।फिर भी
जो संयुक्त परिवार में रहते है, मेरी नजर में सब देवता है।
और एकल परिवार वाले अगर अलग-अलग भी रहते है
तो रहे , लेकिन सोच संयुक्त रखें । इससे भी हमें
संयुक्त रहने जैसा अहसास होगा।
अतः स्वर्ग है वो दर, जो घर संयुक्त है।
संयुक्त परिवार में हर सदस्य जिम्मेदार भी है
और हर सदस्य मुक्त है।
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