क्या करे मोती! बुरे दिन आने वाले!


क्या करे मोती! बुरे दिन आने वाले!
( एक विद्यार्थी के भाव अपने प्यारे कुत्ते से कहता है कि.....और मोती कुत्ते का जवाब )

मोती मेरे प्यारे कुत्ते, कुछ दिन ही बाकी है। 
एक जुलाई को बुला लेंगे, साले स्कूल वाले
क्या करे मोती! बुरे दिन आने वाले!

मेरे को रोज सुबह-सुबह हेन्डपम्प चलाना पड़ेगा।
खुषबू की साबुन से रगड़-रगड़ कर नहाना पड़ेगा।
क्यों कि पी टी आई सर को पसन्द है रोज नहाने वाले
क्या करे मोती! बुरे दिन आने वाले!

वो लाल साड़ी वाली मेडम ऐरोप्लेन की स्पेलिंग रटायेगी।
मैं सही स्पेलिंग सुनाउंगा फिर भी वो इडियट बुलायेगी।
उसके बाद गुणनखण्ड दे देगे वो सर, जो है टकले वाले
क्या करे मोती! बुरे दिन आने वाले!

इतिहास पढ़ाने वाले सर जब भी मिलेगें, बाबर के बाप का नाम पूछेगे।
मैं कहूंगा बिजू बावरा, तो वे बोलेगे, हाथ खोल डण्डा खाले।
क्या करे मोती! बुरे दिन आने वाले!

एक सर बोलते है पृथ्वी गोल है, मेरे समझ नहीं आता है ये कैसा भूगोल है।
सुन मोती! अस्सी प्रतिषत पानी है फिर भी, सूखे पड़े है नदी नाले।
क्या करे मोती! बुरे दिन आने वाले!

जुलाई में दिनभर बारिष आयेगी, रात-भर बिजली जायेगी।
स्कूल की छत टपकेगी, जंग खा जायेगें दिमाग के ताले।
वो खडूस प्रिसिपल बोलेगे, मूर्ख! पढ़ाई भेजे में घुसा ले।
क्या करे मोती! बुरे दिन आने वाले!

कुल्पी बन्द, बन्दर के पीछे दौड़ना बन्द,
मोती तेरा कान मरोड़ना बन्द।
पापा के सामने जानबुझ कर कहेंगे- पप्पू पेन्सिल ले जा,
ये दुकान वाले।
क्या करे मोती! बुरे दिन आने वाले!

मुंह घुमा क्यों बैठा है मोती! चिन्ता मत कर,
हर सप्ताह इतवार तो आयेगा।
तेरा पप्पू तेरे साथ! खूब हाथ मिलायेगा,
खूब तुझे दौड़ायेगा।
फिर भी अगर मेरे बिना मन नहीं लगता है।
तो तू भी मेरी स्कूल में दाखिला करवा ले।
तेरा भी केरियर बन जायेगा साले!

तभी तपाक से मोती बोल पड़ा....चल हट ऐसी टेन्ष्रन कौन पाले!
बेटा पप्पू! तू ज्यादा बकवास मत कर, पहले बकाया हाॅमवर्क निपटा ले।
और स्कूल जाने की तैयारी कर...बुरे दिन मेरे नहीं तेरे आने वाले है।

अन्त में कहता है सम्पत हर पाठक से,मेरी यह रचना साथी तेरे हवाले
लाईक कर या षेयर कर, या कमेन्ट तो लगाले! - सम्पत षर्मा
http://www.sampatpoem.blogspot.in/

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