कांटे बहुत आयेंगे। .....


कांटे बहुत आयेंगे। .....
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जब हम नेक रास्तें पर चलेंगे 
तो कुछ लोग बिना आग जलेंगे।।
सामने होंगे तो देगे बधाईयाँ।
पीठ पीछे करेंगे सारी बुराईयाँ।।
धर्म के काम पर भी ‘‘सम्पत’’
हमारे उपर नजर रखी जायेगी।
हमारी हर एक बात लिखी जायेगी।।
हमारी सफलता को मेहनत से नहीं
मात्र संयोग समझा जायेगा।
जो साथी हार गया हमसें
वो हमारी कमी गिनायेगा।।
जो क ख ग नहीं जानते है वे चुनौती दे जायेंगे।
‘‘सम्पत’’ तू चल तो रहा है नेक रस्ते पर
परन्तु याद रखना धार्मिकता के मार्ग पर 
फूल कम कांटे बहुत आयेंगे।
कांटे बहुत आयेंगे। - सम्पत शर्मा
Mob. 08058924535



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