इसे कहे समस्या का समाधान !

इसे कहे समस्या का समाधान !
एक बूढा व्यक्ति था। उसकी दो बेटियां थीं। उनमें से एक का विवाह एक कुम्हार से हुआ


और दूसरी का एक किसान के साथ। एक बार पिता अपनी दोनों पुत्रियों से मिलने गया। 


पहली बेटी से हालचाल पूछा तो उसने कहा कि इस बार हमने बहुत परिश्रम किया है और 


बहुत सामान बनाया है। बस यदि वर्षा न आए तो हमारा कारोबार खूब चलेगा।


बेटी ने पिता से आग्रह किया कि वो भी प्रार्थना करे कि बारिश न हो।


फिर पिता दूसरी बेटी से मिला जिसका पति किसान था। उससे हालचाल पूछा तो उसने कहा 


कि इस बार बहुत परिश्रम किया है और बहुत फसल उगाई है परन्तु वर्षा नहीं हुई है। 


यदि अच्छी बरसात हो जाए तो खूब फसल होगी। उसने पिता से आग्रह किया कि वो प्रार्थना


करे कि खूब बारिश हो। एक बेटी का आग्रह था कि पिता वर्षा न होने की प्रार्थना करे और 


दूसरी का इसके विपरीत कि बरसात न हो। पिता बडी उलझन में पड गया। एक के लिए प्रार्थना 


करे तो दूसरी का नुक्सान। समाधान क्या हो?


पिता ने बहुत सोचा और पुनः अपनी पुत्रियों से मिला। उसने बडी बेटी को समझाया कि यदि 


इस बार वर्षा नहीं हुई तो तुम अपने लाभ का आधा हिस्सा अपनी छोटी बहन को देना। 


और छोटी बेटी को मिलकर समझाया कि यदि इस बार खूब वर्षा हुई


तो तुम अपने लाभ का आधा हिस्सा अपनी बडी बहन को देना। - सम्पत शर्मा

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